Friday, 18 December 2015

आम आदमी पार्टी के अरुण जेटली पर गंभीर आरोप

#आम आदमी पार्टी #अरुण जेटली नई दिल्ली दिल्ली सरकार के प्रिंसिपल सेक्रटरी राजेंद्र कुमार के दफ्तर में CBI छापे के बाद सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। DDCA के भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए AAP ने वित्त मंत्री को नटवरलाल तक करार दे दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में कुमार विश्वास ने कहा, 'AAP यह कहना चाहती है कि मुख्यमंत्री कार्यालय में मारा गया छापा DDCA में वित्त मंत्री अरुण जेटली के कार्यकाल के दौरान की गई गड़बड़ियों पर लीपापोती करने की कोशिश है।' यह भी पढ़ेंः AAP के प्रेस कॉन्फ्रेंस के अब तक का अपडेट आम आदमी पार्टी का कहना है कि DDCA में भ्रष्टाचार को संस्थागत ढांचा दे दिया गया है। उनका कहना है कि चूंकि वित्त मंत्रालय और कंपनी मामलों का विभाग अरुण जेटली के जिम्मे है, इसलिए उनके पद पर रहते हुए निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती। आम आदमी पार्टी ने जेटली के इस्तीफे की मांग की है। यह भी पढ़ें- जेटली के खिलाफ केजरीवाल को कीर्ति का 'साथ' AAP नेता राघव चड्ढा ने कहा, 'अरविंद केजरीवाल के दफ्तर पर इसलिए छापा मारा गया क्योंकि वह DDCA के भ्रष्टाचार की जांच करने वाले थे। DDCA में पिछले 13-14 सालों से भ्रष्टाचार जारी है और अरुण जेटली की इसमें भूमिका है। वित्त मंत्री के कार्यकाल में DDCA के स्टेडियम के लिए 24 करोड़ रुपये के बजट की स्वीकृति दी गई थी जबकि इसमें 114 करोड़ रुपये खर्च किए गए।' यह भी पढ़ें- इस तरह से फजीहत से बच सकती थी CBI आम आदमी पार्टी ने वित्त मंत्री पर ये आरोप लगाए हैंः- 1. DDCA में पिछले 13-14 सालों से भ्रष्टाचार जारी है और अरुण जेटली की इसमें भूमिका है। 2. वित्त मंत्री के कार्यकाल में DDCA के स्टेडियम के लिए 24 करोड़ रुपये के बजट की स्वीकृति दी गई थी जबकि इसमें 114 करोड़ रुपये खर्च किए गए। कहां गए वह 90 करोड़ रुपये? 3. DDCA ने बड़े पैमाने पर पैसे की हेराफेरी की है। DDCA ने एक करोड़ 55 लाख रुपये का कर्ज तीन कंपनियों को दिया है। इस कर्ज को देने की वजह नहीं बताई गई है। DDCA स्टेडियम की लागत बढ़ाई गई। फर्जी कंपनियों को भुगतान किया गया। 4. फर्जी मुकदमेबाजी के मामले हैं। जहां अपने ही खिलाफ पैसे देकर मुकदमे कराए गए और फिर बचाव करने वाले वकील को अलग से पैसा दिया गया। यह DDCA के पैसों को गबन करने की तरीका था। 5. 'हम सार्वजनिक तौर पर मांग करते हैं कि DDCA के लंबे समय से खजांची रहे नरेंद्र बत्रा जी के साथ अरुण जेटली का क्या रिश्ता है, वह बताएं।' 6. DDCA में बिना जरूरी मंजूरी के अनधिकृत निर्माण कराया गया। अनधिकृत निर्माण MCD की मंजूरी के बिना किया गया। 7. DDCA में चयनकर्ताओं को चुनने का कोई प्रक्रियागत ढांचा ही नहीं है। केवल अमीरों और बड़े लोगों के बच्चे ही DDCA में खेल सकते हैं, किसी आम आदमी का बच्चा नहीं। 8. ऐसी कंपनियों को भुगतान किया गया जिन्होंने कभी कोई काम नहीं किया था या जिसके लिए भुगतान किया गया। DDCA के ऑडिट करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज किए गए हैं। यह बात खुद वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने संसद में बताई है। 9. DDCA इंटरटेनमेंट टैक्स की चोरी कर रहा है। इसकी जांच कराने के लिए खेल मंत्रालयन ने खुद दिल्ली सरकार को लिखा है। 10. 20,000 रुपये से ज्यादा का भुगतान अवैध तरीके से नकद किया गया है। काननून 20,000 रुपये से ज्यादा रकम किसी को भुगतान के रूप में नकद नहीं किया जा सकता। इस बीच समाचार एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक BJP के प्रवक्ता वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ मीटिंग कर रहे हैं। उधर BJP प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने जेटली पर लगाए गए आरोप गलत और बेबुनियाद हैं। मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।

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