Sunday, 4 September 2016

गणपति श्लोक स्तुति पूजा करते वेळी

श्लोक : ॐ गजाननं भूंतागणाधि सेवितम्, कपित्थजम्बू फलचारु भक्षणम्। उमासुतम् शोक विनाश कारकम्, नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम्॥ स्तुति : गाइये गनपति जगबंदन। संकर-सुवन भवानी नंदन ॥ 1 ॥ गाइये गनपति जगबंदन। सिद्धि-सदन, गज बदन, बिनायक। कृपा-सिंधु, सुंदर सब-लायक ॥ 2 ॥ गाइये गनपति जगबंदन। मोदक-प्रिय, मुद-मंगल-दाता। बिद्या-बारिधि, बुद्धि बिधाता ॥ 3 ॥ गाइये गनपति जगबंदन। मांगत तुलसिदास कर जोरे। बसहिं रामसिय मानस मोरे ॥ 4 ॥ गाइये गनपति जगबंदन। 

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