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*!!! दीपावली की शुभकामनाऐं !!!*
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जब मन में हो मौज बहारों की
चमकाएँ चमक सितारों की,
जब ख़ुशियों के शुभ घेरे हों
तन्हाई में भी मेले हों,
आनंद की आभा होती है
*उस रोज़ 'दिवाली' होती है ।*
जब प्रेम के दीपक जलते हों
सपने जब सच में बदलते हों,
मन में हो मधुरता भावों की
जब लहके फ़सलें चावों की,
उत्साह की आभा होती है
*उस रोज़ दिवाली होती है ।*
जब प्रेम से मीत बुलाते हों
दुश्मन भी गले लगाते हों,
जब कहींं किसी से वैर न हो
सब अपने हों, कोई ग़ैर न हो,
अपनत्व की आभा होती है
*उस रोज़ दिवाली होती है ।*
जब तन-मन-जीवन सज जाएं
सद्-भाव के बाजे बज जाएं,
महकाए ख़ुशबू ख़ुशियों की
मुस्काएं चंदनिया सुधियों की,
तृप्ति की आभा होती है
*उस रोज़ 'दिवाली' होती है .*
*- अटलबिहारी वाजपेयी*
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*सर्वांना "दिवाळी"*
*आनंदाची आणि भरभराटीची जाओ.*
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🌹 *!!!!! मनःपूर्वक शुभेच्छा !!!!!* 🌹
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*-: शुभेच्छुक :-*
*"श्री.प्रशांत चिंचकर सर व परिवार"*
🤝 *अकलूज* 🤝
*ता.माळशिरस जि. सोलापूर*
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