Saturday, 7 April 2018

संदेसे आते है हमे तडपाते है l



हो।।हो, हो.

हो।।हो, हो. ...२ 

संदेसे आते है, हमें तड़पाते है

तो चिती आती है, तो पूछे जाती है।

के घर कब आओगे, के घर कब आओगे

लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सुना सुना है---२ 

किसी दिवाली ने, किसी मतवाली ने 

हमें ख़त लिखा है, की हमसे पूछा है

किसी के सांसो ने, किसी के धड़कन ने 

किसी के चूड़ी ने, किसी के कंगन ने 

महकती सुबह ने, मचलती समो ने

अकेली रातो ने, अधूरी बातो ने

तरसती बहो ने, और पूछा है तरसी निगाहों ने

के घर कब आओगे, के घर कब आओगे


लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सुना सुना है---२ 

संदेसे आते है, हमें तड़पाते है


तो चिती आती है, तो पूछे जाती है।

के घर कब आओगे, के घर कब आओगे

लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सुना सुना है

मोहबत वालो ने, हमारे यारो ने


हमें यह लिखा है, की हमसे पूछा है


हमारे गाओं ने, आम के छावो ने


पुराने पिपल ने, बरसते बदल ने 


खेत खलिहानों ने, हरे मैदानों ने


बसंती बेलो ने, घूमति बेलो ने 


चहकती कलियों ने, और पूछा है गाँव के गलियों ने

के घर कब आओगे, के घर कब आओगे


लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सुना सुना है---२ 

संदेसे आते है, हमें तड़पाते है

तो चिती आती है, तो पूछे जाती है।

के घर कब आओगे, के घर कब आओगे

लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सुना सुना है

हो।हो।हॊओ 

कभी एक ममता की, प्यार के गंगा के,


ओ चिट्टी आती है, साथ ओ लती है


मेरे दिन बचपन के, खेल वोह आँगन के 


वोह साया आँचल का, ओ टिका काजल का


वोह लोरी रातो में, वो नरमी बातो में


वो चाहत आँखों में, ओ चिंता बातो में


बिगड़ना ऊपर से, मुहब्बत अन्दर से 


करे वोह देवी माँ, यही हर ख़त में पूछे मेरी माँ,

के घर कब आओगे, के घर कब आओगे


लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सुना सुना है---२ 

संदेसे आते है, हमें तड़पाते है

तो चिती आती है, तो पूछे जाती है।

के घर कब आओगे, के घर कब आओगे

लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सुना सुना है-२ 

हो…।हो……………… 

ये गुजरने वाली हवा बता, मेरा इतना काम करेगी क्या
मेरे गाँव जा मेरे दोस्तों मो सलाम दे,


मेरे गाँव में है जो वोह गली, जहा रहती है मेरी दिलरुबा


उसे मेरे प्यार का जाम दे--२ 


वही थोड़ी दूर है घर मेराम मेरे घर में है मेरी बुदि माँ, 


मेरे माँ के पैरो को छूके तू , उसे उसके बेटे का नाम दे


ये गुजरने वाली हवा,जरा  मेरे दोस्तों, मेरी दिल्रुब्बा 


मेरे माँ को मेरा पयाम दे, उन्हें जाके तुम ये पयाम दे

 मै वापस आऊंगा , मै वापस आऊंगा  


फिर अपने गाओ में , उसीकी छाओं में 


के माँ के आचल से, किया जो वडा था ओ निभाऊंगा


मई एक दिन आऊंगा--८


No comments:

Post a Comment