Monday, 16 May 2016

चंद्र अष्टोत्तर शतनामावली

चंद्र अष्टोत्तर शतनामावलिहीः १) ॐ श्रीमते नमः २) ॐ शशधराय नमः ३) ॐ चन्द्राय नमः ४) ॐ ताराधिशाय नमः ५) ॐ निशाकराय नमः ६) ॐ सुखनिधये नमः ७) ॐ सदाचाराय नमः ८) ॐ सत्पतये नमः ९) ॐ साधुपूजिताय नमः १०) ॐ जितेन्द्रियाय नमः ११) ॐ जयोद्योगाय नमः १२) ॐ ज्योतिश्र्चक्र प्रवर्तकाय नमः १३) ॐ विकर्तनानुजाय नमः १४) ॐ वीराय नमः १५) ॐ विश्र्वेशाय नमः १६) ॐ विदूशाम्पतये नमः १७) ॐ दोषकराय नमः १८) ॐ दुष्टदूराय नमः १९) ॐ पुष्टिमते नमः २०) ॐ शिष्टपालकाय नमः २१) ॐ अष्टपूर्तिप्रियाय नमः २२) ॐ अनंताय नमः २३) ॐ कष्टदारु कुठारकाय नमः २४) ॐ स्वप्रकाशाय नमः २५) ॐ प्रकाशमने नमः २६) ॐ द्युचराय नमः २७) ॐ देवभोनाय नमः २८) ॐ कलाधराय नमः २९) ॐ कालहेतवे नमः ३०) ॐ कामकृते नमः ३१) ॐ कामदायकाय नमः ३२) ॐ मृत्युसहकाराय नमः ३३) ॐ अमर्त्याय नमः ३४) ॐ नित्यानुष्ठान दायकाय नमः ३५) ॐ क्षपकाराय नमः ३६) ॐ क्षीणपापाय नमः ३७) ॐ क्षयवृद्धि समन्विताय नमः ३८) ॐ जयवत्रिकाय नमः ३९) ॐ शुचये नमः ४०) ॐ शुभ्राय नमः ४१) ॐ जयिने नमः ४२) ॐ जयफलप्रदाय नमः ४३) ॐ सुधामयाय नमः ४४) ॐ सुरस्वामिने नमः ४५) ॐ भक्तानाम इष्ट दायकाय नमः ४६) ॐ भुक्तिदाय नमः ४७) ॐ मुक्तिदाय नमः ४८) ॐ भद्राय नमः ४९) ॐ भक्तदारिद्र्य भन्जनाय नमः ५०) ॐ सामगानप्रियाय नमः ५१) ॐ सर्वरक्षकाय नमः ५२) ॐ सागरोद्भवाय नमः ५३) ॐ भयान्तकृते नमः ५४) ॐ भक्तिगम्याय नमः ५५) ॐ भवबन्ध विमोचकाय नमः ५६) ॐ जगत्प्रकाश किरणाय नमः ५७) ॐ जगदानन्द किरणाय नमः ५८) ॐ निशापत्नाय नमः ५९) ॐ निराहाराय नमः ६०) ॐ निर्विकाराय नमः ६१) ॐ निरामयाय नमः ६२) ॐ भूछायाच्छादिताय नमः ६३) ॐ भव्याय नमः ६४) ॐ भुवन प्रतिपालकाय नमः ६५) ॐ सकलार्तिहाराय नमः ६६) ॐ सौम्य जनकाय नमः ६७) ॐ साधु वन्दिताय नमः ६८) ॐ सर्व गमज्ञाय नमः ६९) ॐ सर्वज्ञाय नमः ७०) ॐ सनकादि मुनिस्तुताय नमः ७१) ॐ शीतछत्र ध्वजोपेताय नमः ७२) ॐ शीतान्गाय नमः ७३) ॐ शीत भूषणाय नमः ७४) ॐ श्र्वेत माल्याम्बर धराय नमः ७५) ॐ श्र्वेत गन्धानुलेपनाय नमः ७६) ॐ दशस्वरथ समृधाय नमः ७७) ॐ दंडपाणये नमः ७८) ॐ धनुर्धराय नमः ७९) ॐ कुंड पुश्योज्ज्वलकराय नमः ८०) नयनाब्ज समुद्भवाय नमः ८१) ॐ आत्रेय गोत्रजाय नमः ८२) ॐ अत्यन्त विनयाय नमः ८३) ॐ प्रिय दायकाय नमः ८४) ॐ करुणा रस संपूर्णाय नमः ८५) ॐ कर्कट प्रभवे नमः ८६) ॐ अव्ययाय नमः ८७) ॐ चतुराश्रसानुराधाय नमः ८८) ॐ चतुराय नमः ८९) ॐ दिव्य वाहनाय नमः ९०) ॐ विवस्वन् मंडलज्ञेयवसाय नमः ९१) ॐ वसु समृद्धिदाय नमः ९२) ॐ महेश्र्वर प्रियाय नमः ९३) ॐ दन्ताय नमः ९४) ॐ मेरु गोत्र प्रदक्षिणाय नमः ९५) ॐ ग्रह मंडल मध्यस्थाय नमः ९६) ॐ ग्रसितारकाय नमः ९७) ॐ ग्रहाधिपाय नमः ९८) ॐ द्विजराजाय नमः ९९) ॐ द्युतिलकाय नमः १००) ॐ द्विभुजाय नमः १०१) ॐ द्विज पूजिताय नमः १०२) ॐ औडम्बर नागवशाय नमः १०३) ॐ उदाराय नमः १०४) ॐ रोहिणि पतये नमः १०५) ॐ नित्योदयाय नमः १०६)ॐ मुनि स्तुत्याय नमः १०७) ॐ नित्यानंद फलप्रदाय नमः १०८) ॐ सकल आह्लादन कराय नमः १०९) ॐ फालशेध्म प्रियाय नमः ॥ इति श्रीचंद्राष्टोत्तर शतनामावलि संपूर्णा ॥

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