3. त्रिशूल धारण क्यों करते हैं शिव?
वैसे तो त्रिशूल, संहार का प्रतीक है लेकिन इसका वास्तविक अर्थ बहुत गहरा है। त्रिशूल को देखें तो उसमें 3 नुकीले सिरे होते हैं। यह संसार की 3 प्रवृत्तियों- सत, रज और तम का प्रतीक है। सत मतलब सात्विक, रज मतलब सांसारिक और तम मतलब तामसी। हर मनुष्य में ये तीनों प्रवृत्तियां पाई जाती हैं। त्रिशूल के माध्यम से भगवान शिव यह संदेश देते हैं कि इन गुणों पर हमारा पूर्ण नियंत्रण होना चाहिए।
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