Sunday, 20 December 2015
तानाशाह हिटलर का एक ही था अंडकोष
बर्लिन
ब्रिटिश बच्चे स्कूलों में पीढ़ियों से गाते रहे हैं कि तानाशाह हिटलर का एक ही अंडकोष था। अब तक इसे मजाक में लिया जाता था लेकिन नए सबूतों से यह सही साबित होता दिख रहा है।
एक जर्मन इतिहासकार ने अचानक नाजी नेता हिटलर के लंबे वक्त से खोए मेडिकल रेकॉर्ड को खोज निकाला है। इससे उस किंवदंती की पुष्टि हो रही है कि हिटलर का एक ही अंडकोष था। एक मेडिकल एग्जाम के दौरान यह रेकॉर्ड मिला है। इसमें बताया गया है कि 1923 में बीयर हॉल क्रान्ति असफल होने पर हिटलर को अरेस्ट कर लिया गया था। तभी पता चला कि वह कृप्टोकेडिजम ( गुप्तवृषणता) से पीड़ित है। उसका एक अंडकोष था ही नहीं।
लैंड्सबर्ग प्रिजन के मेडिकल ऑफिसर डॉ जेसेफ स्टेइनर ब्रीन ने हिटलर पर नोट्स लिखे हैं। लंबे समय से कहा जा रहा था कि ये नोट्स कहीं खो गए हैं। जांच के बाद दक्षिणपूर्वी जर्मनी के एक राज्य बवेरिया में 2010 में इसे नीलामी के लिए रखा गया था। बवेरियन सरकार ने तब तक इसे जब्त नहीं किया था। अब हाल ही में इलैंगन-न्यूरमबर्ग यूनिवर्सिटी के प्रफेसर पीटर फ्लाइशमैन ने इस पर स्टडी की है।
समान्यतः बचपन में अंडकोष शरीर के अंदर से उतरता है। लेकिन प्रफेसर फ्लाइशमैन ने जर्मन न्यूजपेपर बिल्ज से कहा कि रेकॉर्ड से साफ है कि हिटलर का एक अंडकोष शायद विकसित नहीं हुआ था। इस रेकॉर्ड से एक विरोधाभास भी सामने आया है। पहले बताया जाता था कि हिटलर ने एक अंडकोष फर्स्ट वर्ल्ड वॉर में लड़ते हुए खो दिया था। इस अफवाह की पुष्टि एक पोलिश पादरी और शौकिया इतिहासकार फ्रांचिश्क पलवार ने भी की थी। उन्होंने दावा किया था कि जर्मन आर्मी मेडिक ने हिटलर के जख्मी होने पर इलाज किया था। इस नई मेडिकल रिपोर्ट से हिटलर के बचपन के डॉक्टर की बात भी संदिग्ध हो गई है। उन्होंने 1943 में अमेरिकी पूछताछ में बताया था कि हिटलर के गुप्तांग पूरी तरह से सामान्य थे।
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