चातुर्मास में किस पदार्थ का त्याग करें
व्रत करने वाले व्यक्ति को...
श्रावण मास में हरी सब्जी का त्याग करना चाहिये।
भाद्रपद मास में दही का त्याग करना चाहिये।
आश्विन मास में दूध का त्याग करना चाहिये।
कार्तिक मास में दालों का का त्याग करना चाहिये।
व्रत कर्ता को शैय्या शयन, मांस, मधु आदि का सेवन त्याग करना चाहिये।
त्याग किये गय पदार्थो का फल निम्न प्रकार हैं।
जो व्यक्ति गुड़ का त्याग करता हैं, उसकी वाणी में मधुरता आति हैं।
जो व्यक्ति तेल का त्याग करता हैं, उसके समस्त शत्रुओं का नाश होता हैं।
जो व्यक्ति घी का त्याग करता हैं, उसके सौन्दर्य में वृद्धि होती हैं।
जो व्यक्ति हरी सब्जी का त्याग करता हैं, उसकी बुद्धि प्रबल होती हैं एवं पुत्र लाभ प्राप्त होता हैं।
जो व्यक्ति दूध एवं दही का त्याग करता हैं, उसके वंश में वृद्धि होकर उसे मृत्यु उपरांत गौलोक में स्थान प्राप्त होता हैं।
जो व्यक्ति नमक का त्याग करता हैं, उसकी समस्त मनोकामना पूर्ण होकर उसके सभी कार्य में निश्चित सफलता प्राप्त होती हैं।
No comments:
Post a Comment