Monday, 30 November 2015
Three fresh juices
Sunday, 29 November 2015
ठंड मे गाजर रस लाभदायक 3
5. जो पुरुष कमजोरी से परेशान होते हैं उनके लिए गाजर का जूस बहुत लाभदायक होता है। चिकित्सा अध्ययनों ने यह साबित किया है कि गाजर कैंसर के खतरे को कम करती है। गर्भवती महिला व होने वाले बच्चे के लिए ये जूस बहुत फायदेमंद होता है।
6. रोजाना एक गिलास गाजर का जूस पीने से याददाश्त बढ़ती है। यदि आप अर्थराइटिस के मरीज है तो एक गिलास गाजर के रस से एक चम्मच अजमोदा चूर्ण दिन में तीन बार उपयोग करें। गाजर खून को साफ करती है। इसके सेवन से बुढ़ापा दूर रहता है। मानसिक और शारीरिक दोनों क्षमताएं विकसित होती हैं।
12 foods can releive magnesium difficiency
मूंह के छालोँको करती है दूर गाजर का रस
गाजर रस के साथ लिम्बू करेला रस डाय बिटिस करे दूर
ठंड मे गाजर का रस लाभदायक
ठंड में गाजर के हैं बड़े लाभ, न समझें सिर्फ आंखों का टॉनिक जीवन मंत्र डेस्क |
गाजर रस का एक गिलास जूस पूरे भोजन का काम करता है। यह कई रोगों में बेहतरीन औषधि भी है। आपने अक्सर लोगों को कहते सुना होगा कि गाजर खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। इसलिए गाजर खाना चाहिए, लेकिन सच्चाई इससे बहुत अलग है जनाब। जी हां गाजर सिर्फ आंखों के लिए ही लाभदायक नहीं है इसे खाने के कई और भी बड़े फायदे हैं। गाजर के रस में विटामिन ए,बी, सी,डी,ई,जी मिलते हैं। यह पीलिया की भी प्राकृतिक औषधि है। इसका सेवन ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर ) और पेट के कैंसर में भी फायदेमंद है। सर्दियों में यह एक मौसमी सब्जी है। इसलिए इसका सेवन सर्दियों में अगर नियमित रूप से किया जाए तो विशेष रूप से लाभदायक होता है। 1. गाजर का जूस हमारे शरीर से विटामिन ए और ई की कमी को दूर करता है। इनकी कमी से आंखों की बीमारियां, त्वचा में सूखापन, बालों का टूटना, नाख़ून खराब होना जैसी समस्याएं होती हैं। विटामिन ए हमारे शरीर की हड्डियों और दांतों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। यह आंखों की कमजोरी दूर करता है व त्वचा व बालों को स्वस्थ व चमकदार बनाता है। 2. गाजर में फाइबर बहुत अधिक मात्रा में मौजूद होता है। इसलिए गाजर को चबा चबा कर खाया जाए तो आंतों की सफाई हो जाती है। जिससे कब्ज और गैस जैसी समस्याओं में आराम मिलता है। गाजर का जूस नियमित रूप से पीने पर त्वचा चमकने लगती है।
जैकी श्रॉफ _आयेशा :दत्त प्रेम कहानी
जब 13 साल की लड़की से हुआ जैकी को प्यार और उसने भी छोड़ा शाही परिवार
जैकी श्रॉफ एक रोज सड़क किनारे खड़े थे, तभी उन्हें 13 साल की एक लड़की स्कूल यूनिफॉर्म में बस में बैठी दिखाई दी। जैकी को उस लड़की से पहली ही नजर में प्यार हो गया। उन्होंने उससे नाम पूछा और बोले कि वे एक रिकॉर्ड स्टोर की ओर जा रहे हैं। क्या वे उनके साथ आना पसंद करेंगी? उसके बाद जैकी ने म्यूजिक एल्बम खरीदने में उस लड़की की मदद की। ये लड़की कोई और नहीं, आयशा थीं जो आज जैकी की पत्नी हैं। उस मुलाकात के बाद दोनों एक-दूसरे से इस तरह प्रभावित हुए थे कि ये रिश्ता जल्द प्रेम में बदल गया। लेकिन दोनों की लव स्टोरी आसान नहीं रही। समस्या ये थी कि जैकी पहले से ही किसी के प्रेम में थे। जिस समय वे आयशा से मिले, उस समय उनकी गर्लफ्रेंड अमेरिका में अपनी पढ़ाई पूरी करने गई थी। उसके आने के बाद जैकी उससे शादी करने वाले थे। ऐसे में आयशा के सामने दो विकल्प थे या तो वे जैकी को हमेशा के लिए भूल जाएं या फिर उनकी गर्लफ्रेंड को साफ-साफ कहें कि वे जैकी से प्रेम करती हैं और शादी करने जा रही हैं। आयशा ने बाद वाले विकल्प को चुना। उन्होंने जैकी की गर्लफ्रेंड को पत्र लिखकर सब कुछ बता दिया। बाद में जैकी और आयशा ने शादी कर ली। शाही परिवार से थीं आयशा आयशा शाही परिवार से थीं। काफी संपन्नता के बीच पली-बढ़ी थीं। लेकिन जैकी की खातिर वे उनके साथ चॉल में रहने को तैयार हो गई। उन्होंने जैकी के लिए कई त्याग किए। पिछले 28 सालों से दोनों साथ-साथ हैं। जैकी मेरे लिए बदल गए...’ आयशा कहती हैं कि जैकी में उनकी खातिर कई बदलाव आए। शुरू में उनका पहनावा और बात करने का तरीका रफ था, लेकिन धीरे-धीरे ये पूरी तरह बदल गया। जैकी बताते हैं, ‘आयशा मेरे जीवन में किसी देवी की तरह आई थीं। उन्होंने मेरा जीवन संवार दिया। मुझे सभ्य बनाया और किसी से मिलने-मिलाने लायक भी।’
बाजीराव मस्तानी
'बाजीराव मस्तानी' कहानी मराठा इतिहास की जबरदस्त प्रेम कहानी है। बाजीराव ने 20 साल की उम्र में मराठा शासक के पेशवा के रूप में सत्ता संभाली और अगले 20 साल में 41 युद्ध लड़े। उनकी खास बात यह थी कि कोई भी युद्ध उन्होंने नहीं हारा। उनकी विजय के 'विक्ट्री सांग' को रणवीर सिंह ने अपनी फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' में भव्य 'रायल परेड' में लांच कराया। इस ऐतिहासिक कहानी पर आधारित है
बाजीराव मस्तानी फिल्म... ये भारत के मराठा इतिहास की सबसे दिलचस्प प्रेम कहानी है। हालांकि, एक-दूसरे से मिलने से लेकर मौत तक, इतिहास में दोनों के बारे में कई तरह की बातें हैं। लेकिन सभी कहानियों में एक बात समान है। वह है इन दोनों के बीच की बेपनाह मोहब्बत। जी हां, यह कहानी बाजीराव-मस्तानी की ही है। इस प्रेम कथा पर संजय लीला भंसाली फिल्म बन रही है। इसमें रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा का अभिनय है।
बाजीराव की चिता पर सती हो गई थी मस्तानी, यूं खत्म हुई थी प्रेम कहानी मराठा पेशवा बाजीराव की दूसरी पत्नी का नाम मस्तानी था। वे बुंदेलखंड की थीं और उनका धर्म मुस्लिम था। वे इतनी खूबसूरत थी कि उन्हें सौन्दर्य साम्राज्ञी भी कहा जाता था। उन्हें बुंदेलखंड के महाराजा छत्रसाल की बेटी माना जाता है। महाराजा की पारसी-मुस्लिम पत्नी रुहानी बाई मस्तानी उनकी मां थी। 28 अप्रैल 1740 को मराठा पेशवा बाजीराव का रावेर में बीमारी के कारण निधन हुआ था। उस दौरान उनसे प्रेम करने वाली मस्तानी भी पेशवा की चिता पर सती हो गई थी। हालांकि, मस्तानी के जीवन और मृत्यु को लेकर बहुत से तर्क दिए जाते हैं। छत्रसाल की मदद के लिए बुंदेलखंड आए थे पेशवा, यहीं मिली थी मस्तानी दिसंबर 1728 में मुग़ल सूबेदार मोहम्मद खान बंगश बुंदेलखंड पर हमला करने की फिराक में था। महाराजा छत्रसाल को यह पता था कि वे इस हमले का सामना नहीं कर सकते। इस वजह से छत्रसाल बहुत चिंतित थे और उन्होंने बाजीराव को एक भावुक पत्र लिखा। पत्र मिलते ही बाजीराव अपने मराठा दस्ते के साथ बुंदेलखंड पहुंच गए। छत्रसाल की सेना के साथ मिलकर बाजीराव की फ़ौज ने मोहम्मद शाह को मुंहतोड़ जवाब दिया। लड़ाई में बंगश की हार हुई। उस वक्त बंगश के बेटे कायम खान ने एक बड़ी फौज के सहारे पिता की मदद करनी चाही, लेकिन मराठा-बुंदेली सेना के जोरदार हमलों के आगे उसे भी हार का सामना करना पड़ा। इस लड़ाई में बंगश गिरफ्तार किया गया। उसे इस वादे पर छोड़ा गया कि वह फिर कभी बुंदेलखंड पर हमला नहीं करेगा। मौके पर मिले इस मदद से छत्रसाल, बाजीराव के आभारी हो गए थे। उन्होंने बाजीराव को अपना तीसरा बेटा स्वीकार किया। इतना ही नहीं छत्रसाल ने अपने राज्य के तीन टुकड़े कर एक हिस्सा बाजीराव को सौंप दिया। इसमें झांसी, कालपी, सिरोंज, सागर और हिरदेनगर शामिल था। राज्य देने के अलावा महाराजा ने अपनी बेटी मस्तानी का हाथ भी बाजीराव को दे दिया। कुछ लोगों का मानना है कि मस्तानी कोई और नहीं बल्कि छत्रसाल के दरबार की एक 'राजनर्तकी' थी।
Saturday, 28 November 2015
To cure diabetes- 2 ingredients
YOU DO NOT NEED A CURE FOR DIABETES, YOU CAN DO IT YOURSELF WITH ONLY TWO INGREDIENTS Recipes No Comment Diabetes is known to be an incurable disease, however, there are many different homemade remedies which can control it and maintain it in normal level. People that suffer from diabetes need to keep their blood sugar levels at normal range so that they can function properly. For that reason, it is significant to maintain a healthy diet and also use prescribed or natural medications to relieve the symptoms.
We will offer you a homemade and natural remedy for this condition.
Ingredients: 6 lemons;
300 gr of celery root.
How to prepare it:
wash the celery and grate its root. Then put it into an enamel pot that must not be damaged. Afterwards, squeeze the lemon juice, close the pot and put it in a bigger one which has been previously filled with water. Put a medium heat on and wait until the water in the bigger pots starts boiling. When that happens, reduce the heat and simmer on low heat for 2 hours. When done cooking, remove both the pots from the heat and do not open the smaller one until it completely cools off. When done, put the mixture in a glass jar, close it tightly and store in the fridge. Dosage: drink 1 tbsp. of it each morning on an empty stomach, half an hour before breakfast. This mixture should be enough for 2 months. In just 2 months, your blood sugar levels will be normalized. sourc
15 veg foods increase sexual stamina
जादा खानेसे दिमाग को नुकसान भाग 2
काली मिर्च के साथ खाये पान
बेडरुम का माहौल रोमांटिक बनाने खाये पान
बेडरूम के माहौल को रोमैंटिक बनाने के लिए खाएं पान बेडरूम के माहौल को रोमैंटिक बनाने के लिए खाएं पान रात को पति को पान खिलाने की परंपरा क्यों है?
पान तो अक्सर लोग ब्रेथ या माउथ फ्रेशनर के हिसाब से ही खाते हैं। लेकिन आप यह सुनकर आश्चर्य में पड़ जायेंगे यह आपके सेक्स जीवन को बेहतर बनाने में मदद करता है। पान को बनाते वक्त जो सुपारी डाला जाता है वह कामोत्तेजक का काम करता है। इसलिए पहले के जमाने में रात को पति को पान खिलाने की परंपरा थी। यह कैसे काम करता है पान को बनाने में जब सुपारी, चूना, लौंग और गुलकंद डाला जाता है वह पूरे शरीर के लिए आश्चर्यजनक रूप से काम करता है। यह आपके हजम शक्ति को बढ़ाने के साथ-साथ कामोत्तेजना में बढ़ाकर प्रजनन क्षमता को भी बेहतर बनाता है। और गुलकंद दिन भर की थकान को दूर कर शरीर में एनर्जी ला देता है। पढ़े- पान काली मिर्च के साथ खाये और वज़न घटायें कैसे करें इसका इस्तेमाल एक ताजा पान का पत्ता लें और उसको अच्छी तरह से धोकर साफ कपड़े से पोंछ लें। पान के दुकान से चूना लेकर थोड़ा-सा चूना लगायें, उसके बाद आधा छोटा चम्मच गूलकंद और सुपारी का एक छोटा टुकड़ा और एक लौंग रखकर पान को रैप कर लें। फिर धीरे-धीरे इसको चबायें। पान खाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप इसको पहले चबा लें फिर मुँह के एक कोने में रख दें जब तक वह घुल न जाये। पढ़े- पेट की चर्बी और पेट की खराबी को दूर करने के लिए अपनाए ये घरेलू उपाय इसका सेवन कब और कितनी बार करेंगे रात को खाने के बाद एक बार ही लेना अच्छा होता है। मूल स्रोत: Chew paan (betel leaf) for better sex अनुवादक
पान खाने के 12 फायदे
Drink a glass of tomato juice everyday
मोतीचूर लड्डू बनानेकी कृती
Thursday, 26 November 2015
मल्टिटास्किन्ग ब्रेन को नुकसान भाग 4
5. मल्टीटास्किंग: अगर आप मानते हैं कि मल्टीटास्किंग यानि एक समय में कई काम करने से आपकी ब्रेन पावर बढ़ती है तो हो सकता है कि आप गलत हैं। स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि जो लोग मल्टीटास्किंग करते हैं, लंबे समय में उनकी एफिशिएंसी कम हो जाती है।
घर आये मेहमान और असहाय लोगो को खाना खिलानेसे परेशानिया होती है दूर
घर आए मेहमान भगवान के समान माने जाते हैं। जिस घर में मेहमानों का भोजन आदि से आदर-सम्मान किया जाता है, वहां पर देवता निवास करते हैं। ऐसे घर पर किसी तरह की मुसीबत ज्यादा समय तक टिक नहीं पाती। इसलिए किसी भी वजह से घर आए मेहमान को बिना भोजन करवाए न जाने दें।
3. बेघर लोगों को कई लोग बेघर और असहाय लोगों को हीन दृष्टि से देखते हैं, जो कि बहुत ही गलत माना जाता है। हर किसी के मन में बेघर लोगों के प्रति प्रेम और अपनेपन की भावना होना चाहिए। जो मनुष्य बेघर लोगों को अपना समझ कर उनके साथ प्यार से व्यवहार करता है और उन्हें खाना खिलाता है, उसे समाज में बहुत मान-सम्मान और तरक्की मिलती है।
भगवान को भोग लगानेसे परेशानिया होती है दूर
महाभारत आदर्श जीवन की कई नीतियां बताई गई हैं, जिनका पालन करने पर मनुष्य जीवन में सभी सुख-सुविधा पा सकता है।
महाभारत की एक नीति में 5 ऐसे लोगों के बारे में कहा गया है, जिन्हें खाना खिलाना बहुत ही शुभ माना जाता है।
श्लोक- पितृन् देवानृषीन् विप्रानतिथींश्च निराश्रयान्। यो नरः प्रीणयत्यन्नैस्तस्य पुण्यफलं महत्।।
1. भगवान को जरूर लगाएं भोग घर के किसी भी सदस्य के भोजन करने से पहले उसका भोग भगवान को लगाना हिंदू धर्म के संस्कार है, जिसका पालन हर घर को करना ही चाहिए। जिस घर में रोज भगवान को भोजन का भोग लगाया जाता है, वहां पर भगवान की कृपा हमेशा बनी रहती है। इसलिए रोज भगवान को भोजन का भोज लगाने का नियम जरूर बनाएं।
पंडितों और पितरोँको भोजन से परेशानिया दूर
. पितरों को पितरों को देवतुल्य ही माना जाता है। कहा जाता है कि श्राद्ध पक्ष में पितरों को भोजन का भोग लगाने और पंडितों को भोजन करवाने से पितरों की तृप्ति होती है। जो लोग श्राद्ध पक्ष के दौरान पूरी श्रद्धा और ईमानदारी से पितरों और ब्रह्मणों की पूजा-अर्चना करते हैं और उन्हें भोजन करवाते हैं, उनकी सभी परेशानियां खत्म हो जाती हैं। इसलिए हमेशा अपने पितरों की कृपा और आशीर्वाद घर-परिवार पर बनाए रखने के लिए उन्हें अन्न का भोग जरूर लगाएं।
5. पंडितों या ऋषियों को पंडितों को भोजन करवाना पुण्य का काम माना जाता है। जो मनुष्य समय-समय पर श्रेष्ठ पंडितों और ऋषियों को भोजन करवाता है, उसे अपने सभी कामों में सफलता मिलती है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, पंडितों को भोजन करवाने पर मनुष्य के जाने-अनजाने में किए गए पापों का प्रायश्चित हो जाता है। इसलिए, हर किसी को समय-समय पर योग्य पंडितों और ऋषियों को भोजन करवाना चाहिए। Advertisement
Monday, 23 November 2015
सच्चा झुठा - लालू यादव की अपने बच्चों से बातचीत
Sunday, 22 November 2015
Jeera water for quick healthy weight loss
कोफ्ता बिर्याणी कैसे बनाये ?
आवश्यक सामग्री :
आलू - २ potato
पनीर - 1/2 कप (कद्दुकस किया हुवा ) pander
गाजर - 1 (carrot)
बेसन - 3 चमचे (मैदा )
चावल का आटा - 1 चमचा (rice flour)
हल्दी : 1/4 चमचा (termeric powder)
धनिया पावडर : 1/2 चमचा
लाल मिर्च पावडर :1/2 चमचा
अदरक लहसुन पेस्ट.: 1/2 चमचा
नमक : स्वादानूसार. तेल : आवश्यकता नुसार
बासमती चावल : 2 कप
प्याज : 2, हरी मिर्च : 2 टमाटर : 2,
दही : 1/2 कप , लवंग : 4, इलायची : 2
गरम मसाला पावडर : 1/2 चमचा : तेज़ पत्ता : 1
दालचीनी : 1 इंच टुकड़ा : शाही जीरा : 1 चमचा
धनिया पत्ता :1/2 कप (बारीक कटा हुवा )
दुध : 1/4 कप , केसर : 1 पिंच (saffron)
कृती :
आलू उबालकर छीलकर मेश कर लीजिये l गाजर को
धोकर कद्दुकस कर लीजिये l अब आलू में कद्दकस
किया पनीर ,अदरक लहसुन पेस्ट ,लाल मिर्च पावडर
हल्दी , कद्दकस किया गाजर डालकर मिलाये l अब
बेसन और चावल का आटा डालकर अच्छी तरह
मिलाकर 8 मिनिट के लिये साइड रख दीजिये l
अब कढ़ाई में तेल डालकर गरम कीजिये l अब आलू
मिश्रण के छोटे छोटे गोले बनाकर गरम तेल में डाले और गोल्डन ब्राउन होनें तक तलकर निकालिये l लीजिये कोफ्ता तैयार है l
प्याज ,टमाटर ,हरी मिर्च बारीक काट लीजिये l हल्का
गरम दूध में केसर मिलाकर रख लीजिये l बासमती
चावल को धोकर 30 मिनिट टक भीगोकर रखे l
एक बर्तन में 6 कप पानी ऊबलने रखे l उबाल आने के
बाद चावल और नमक डाले, और धीमी आंचपर 80%
चावल को पका लीजिये l अब चावल से पानी हटाकर
एक प्लेट मे निकालकर रख लीजिये l दही मे लाल
मिर्च पावडर ,धनिया पावडर ,गरम मसाला पावडर
मिलाके रख लीजिये l
अब एक हांडी मे तेल डालकर गरम कीजिये l उसमे
तेज पत्ता , लवंग ,दालचिनी ,शाही जीरा डालकर भुने l
अब बारीक कटा हुआ प्याज और हरी मिर्च डालकर
एक मिनिट पकाये l
उसके बाद अदरक लहसुन पेस्ट और बारीक कटा हुवा
टमाटर डालकर दो मिनिट पकाये l अब दही मिश्रण
डालकर धीमी आंच पर चार मिनिट पकाये l
अब हंडी से मसाला मिश्रण बाऊल मे निकाले l
हंडी मे ऐक लेयर मसाला डालकर फैलाये और पका
हुवा चावल डालकर मसाले का दुसरा लेयर डालिये l
बाद मे केसर मिला दूध डालकर 3-4 कोफ्ता रख के
ऊपर धनिया पत्ता डाले l अब दूसरी बार उसी तरह
मसाला ,चावल ,कोफ्ता डालकर ढककर 10 मिनिट
धीमी आंच पर पकाये l
गरमागरम कोफ्ता तैयार l