Saturday, 29 September 2018

भैरवनाथ आरती

श्री भैरवजी की आरती

जय भैरव देवाप्रभु जय भैरव देवा,

जय काली और गौरादेवी करत हैं सेवा ॥

ॐ जय भैरव देवा ……

 तुम्हीं आप उद्धारकदुख सिंधु तारक,

भक्तों के सुख कारकदीपक वसु धारक ॥

ॐ जय भैरव देवा ……

 वाहन श्वान विराजतकर त्रिशूल धारी,

महिमा अमित तुम्हारीजय जय भयहारी ॥

ॐ जय भैरव देवा ……

 तुम बिन देवा पूजनसफल नहीं होवे,

चतुर्वर्तिका दीपकदर्शक दुख खोवे ॥

ॐ जय भैरव देवा ……

 तेल चटिक दधि मिश्रितमाषाबली तेरी,

कृपा कीजिए भैरवकरिए नहीं देरी ॥

ॐ जय भैरव देवा ……

पांव घूंघरू बाजतडमरू डमकावत,

बटुकनाथ बन बालकतन-मन हरषावत ॥

ॐ जय भैरव देवा ……

 बटुकनाथ की आरतीजो कोई जन गावे,

कहे धरणीधरमन वांछित फल पावे ॥

ॐ जय भैरव देवा ……


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