Saturday, 2 January 2016
हनुमान् ने द्रोणागिरी पर्वत लाया
वाल्मीकि रामायण के अनुसार, युद्ध के दौरान रावण के पुत्र इंद्रजीत ने ब्रह्मास्त्र चलाकर भगवान श्रीराम व लक्ष्मण को बेहोश कर दिया। तब ऋक्षराज जामवंत ने हनुमानजी से कहा कि तुम शीघ्र ही हिमालय पर्वत जाओ, वहां तुम्हें ऋषभ व कैलाश शिखर दिखाई देंगे।
उन दोनों के बीच में एक औषधियों का पर्वत है, तुम उसे ले आओ। जामवंतजी के कहने पर हनुमानजी तुरंत उस पर्वत को लेने उड़ गए। अपनी बुद्धि और पराक्रम के बल पर हनुमान औषधियों का वह पर्वत समय रहते उठा आए। उस पर्वत की औषधियों की सुगंध से ही राम-लक्ष्मण व करोड़ों घायल वानर पुन: स्वस्थ हो गए।
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आपने बहुत अच्छी जानकारी साँझा की है। यह लेख वाकई में मुझे द्रोणागिरी पर्वत के इतिहास के बारें में जानकारी प्रदान करता है। अधिक जानकारी के लिए आप मेरे ब्लॉग को जरूर पढ़ें - द्रोणागिरी पर्वत
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