Saturday, 24 December 2016

हम ना रहेंगे, तुम ना रहोगे l

हम न रहेंगे तुम ना रहोगे ये प्यार हमारा हमेशा रहेगा प्यार का ऐसा फ़साना रचेंगे कि याद हमारी ज़माना करेगा हम ना रहेंगे सूरज धरती चन्दा जैसा अपना नाता है सदियोँ पुराना चलते चलते चाहे ये रुक जाये फिर भी रहेगा ये रिश्ता सुहाना आँधी या तूफ़ां आँधी या तूफ़ां चाहे जो भी आए कारवाँ हमारा तो चलता रहेगा जनम मरण का साथ हमारा हर जीवन हम मिल के रहेंगे चमकेगें कभी बन के सितारे फूल बन के कभी हम सब खिलेंगे समय का सागर समय का सागर सूख भी जाये प्रेम का कमल तो खिलता रहेगा हम ना रहेंगे तुम ना रहोगे

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