मित्र सुदामा को देख के श्रीकृष्ण हर्षित हो गये
गले लगा के आंसुओं से मित्र के पैर धो दिये l
भोजन देकर मित्र को उनका झूठा खाना खाया
श्रीकृष्ण की प्रति भक्ती का सुदामा ने यह सम्मान पाया
सम्मान तपस्या का ,सम्मान भक्ति का l
सम्मान श्रीकृष्ण सुदामा दोस्ती का ll
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