Wednesday, 25 January 2017

छोडो कल कि बाते कल कि बात पुरानी

छोडो कल की बाते, कल की बात पुरानी नए दौर मे लिखेगे मिलकर नयी कहानी हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी.. आज पुरानी जंजीरो को तोड़ चुके है क्या देखे उस मंजिल को जो छोड़ चुके है चांद के दर पे जा पहुचा है आज ज़माना नए जगत से हम भी नाता जोड़ चुके है नया खून है, नयी उमंगे, अब है नयी जवानी हम हिन्दुस्तानी छोडो कल की बाते, कल की बात पुरानी नए दौर मे लिखेगे मिलकर नयी कहानी हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी आओ म्हणत को अपना ईमान बनाए अपने हाथो को अपना भगवान बनाए राम की इस धरती को गौतम की भूमि को सपनो से भी प्यारा हिंदुस्तान बनाए नया खून है, नयी उमंगे, अब है नयी जवानी हम हिन्दुस्तानी छोडो कल की बाते, कल की बात पुरानी नए दौर मे लिखेगे मिलकर नयी कहानी हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी हर ज़र्रा है मोती, आंख उठाकर देखो माती मे सोना है, हाथ बढ़ाकर देखो सोने की यह गंगा है, चांदी की यमुना चाहो तो पत्थर पे धान उगाकर देखो नया खून है, नयी उमंगे, अब है नयी जवानी हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी छोडो कल की बाते, कल की बात पुरानी नए दौर मे लिखेगे मिलकर नयी कहानी हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी..

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