Thursday, 8 September 2016
माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करनेवाले दो मन्त्र
लखनऊ। हर इंसान धन और समृद्धि के रूप में लक्ष्मी मां की प्रसन्नता की कामना रखता है, पर लक्ष्मी कृपा के लिए पवित्रता और परिश्रम जैसे कर्म, व्यवहार और स्वभाव में उतारने की अहम सीखों को कम इंसान ही अपना पाते हैं।
यही कारण है कि सच्चाई व मेहनत के बिना पाया भरपूर धन भी मानसिक शांति छीन लेता है, तो कभी धन का अभाव जीवन को अशांत कर देता है।
शुक्रवार के दिन माता दुर्गा की तीन शक्तियों में से एक महालक्ष्मी की साधना तमाम वैभव और यश देने वाली मानी गई है। जानिए आप कैसे इन मंत्रों और पूजन विधि से अपना जीवन बदल सकते है:
देवी लक्ष्मी स्मरण के लिए दो मंत्र और पूजा की आसान विधि –
शुक्रवार के दिन शाम को देवी लक्ष्मी की उपासना के पहले स्नान कर यथासंभव लाल वस्त्र पहन लक्ष्मी मंदिर या घर में लाल आसन पर बैठकर माता लक्ष्मी का ध्यान अक्षत और लाल फूल हाथ में लेकर नीचे लिखे मंत्र से करें –
महालक्ष्मी च विद्महे,
विष्णुपत्नी च धीमहि,
तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात्।
माता के चरणों में फूल-अक्षत करने के साथ लाल चंदन, अक्षत, लाल वस्त्र, गुलाव के फूलों की माला चढ़ाकर कमलगट्टे की माला या तुलसी की माला से नीचे लिखे विशेष लक्ष्मी मंत्र का जप करें –
ॐ श्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै श्रीं श्रीं ॐ नम:।
पूजा व मंत्र जप के बाद माता को दूध से बनी मिठाई का भोग लगाएं।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment