. पितरों को पितरों को देवतुल्य ही माना जाता है। कहा जाता है कि श्राद्ध पक्ष में पितरों को भोजन का भोग लगाने और पंडितों को भोजन करवाने से पितरों की तृप्ति होती है। जो लोग श्राद्ध पक्ष के दौरान पूरी श्रद्धा और ईमानदारी से पितरों और ब्रह्मणों की पूजा-अर्चना करते हैं और उन्हें भोजन करवाते हैं, उनकी सभी परेशानियां खत्म हो जाती हैं। इसलिए हमेशा अपने पितरों की कृपा और आशीर्वाद घर-परिवार पर बनाए रखने के लिए उन्हें अन्न का भोग जरूर लगाएं।
5. पंडितों या ऋषियों को पंडितों को भोजन करवाना पुण्य का काम माना जाता है। जो मनुष्य समय-समय पर श्रेष्ठ पंडितों और ऋषियों को भोजन करवाता है, उसे अपने सभी कामों में सफलता मिलती है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, पंडितों को भोजन करवाने पर मनुष्य के जाने-अनजाने में किए गए पापों का प्रायश्चित हो जाता है। इसलिए, हर किसी को समय-समय पर योग्य पंडितों और ऋषियों को भोजन करवाना चाहिए। Advertisement
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