Saturday, 28 November 2015
काली मिर्च के साथ खाये पान
भारत में पान खाने का चलन बहुत पुराना है। पहले तो विवाह के अवसर पर भोज के अंत में खाने के लिए पान दिया जाता था। क्या आपको पता है कि इसके पीछे क्या कारण था? पान हजम शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है, साथ ही वज़न को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। जब पान को काली मिर्च के साथ खाया जाता है तब वज़न घटाने के प्रक्रिया और भी असरदार रूप में काम करने लगती है।
पान को चबाने से चयापचय (metabolism) का दर बढ़ जाता है, मुँह में लार बनने लगता है जो खाने को जल्दी हजम करवाने में मदद करता है। साथ ही शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में सहायता करता है। इसमें फाइबर उच्च मात्रा में होने के कारण भूख कम लगती है और कब्ज़ की बीमारी से भी राहत मिलती है। पान के पत्ते को जब काली मिर्च के साथ खाया जाता है तब इसमें जो फाइटोन्यूट्रीएन्ट (phytonutrients) और पीपरीन ( piperine) होता है वह शरीर में फैट को जमने नहीं देता है। और शरीर से विषाक्त पदार्थों को और अतिरिक्त जल को बाहर निकालने में मदद करता है।
विधि- एक ताजा पान के पत्ते में पाँच काली मिर्च का दाना रखकर अच्छी तरह से मोड़ लें। फिर उसको धीरे-धीरे चबाकर खायें। इससे उसकी पूरी पौष्टिकता लार के साथ पेट में चली जाएगी़। रोज सुबह खाली पेट इसको आठ हफ़्ते तक खायें और अपने वज़न में आए अंतर को देखें।
सावधानी- हमेशा ताजा पान का पत्ता खाना स्वास्थ्य के दृष्टि से हितकारी होता है क्योंकि बासी या काला पत्ता औषधिय गुण से रहित होता है। बासी पत्ते को खाने से पेट में गड़बड़ी होने की आशंका भी हो सकती है।
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