Saturday, 19 December 2015
नेशनल हेराल्ड केस सोनिया ,राहुल को जमानत
विवेक अासरी, नई दिल्ली
कांग्रेस मुख्यालय पर जमावड़ा लगा है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं। वहां भारी भीड़ जमा है। मुख्यालय में माहौल ऐसा है मानो सोनिया और राहुल गांधी कोई जंग जीत कर लौटे हों। असलियत यह थी कि भ्रष्टाचार के आरोपी केस में जमानत लेकर अदालत से घर आए थे लेकिन कांग्रेस मुख्यालय में जश्न का ऐसा माहौल था कि एक पत्रकार ने कहा, आज चुनाव हो जाएं तो कांग्रेस को बहुमत मिल जाएगा।
बेशक यह अतिश्योक्ति है लेकिन यह बात बहुत से लोग कह रहे हैं कि नैशनल हेरल्ड केस में अपील करने वाले सुब्रमण्यन स्वामी ने बेजान कांग्रेस नेताओं को अपने मुरझाए कार्यकर्ताओं में जोश भरने का मौका दिया है। सोनिया गांधी ने कोर्ट में पेशी के बाद जब मीडिया को संबोधित किया तो दरअसल वह यही कर रही थीं। उन्होंने कहा, हमारी लड़ाई जारी रहेगी। कांग्रेस के सिद्धांतों, नीतियों और गरीबों की रक्षा के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा।'
10 साल के यूपीए के राज और फिर लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद के डेढ़ साल में कांग्रेसियों को सड़क पर उतरकर यूं अपना जोश दिखाने का मौका नहीं मिला था। बल्कि शनिवार को पटियाला हाउस कोर्ट के नजारे को देखकर कुछ लोग तो 1977 के उस वक्त को याद कर रहे थे जब जनता पार्टी की सरकार के दौरान इंदिरा गांधी को जेल जाना पड़ा था। वरिष्ठ पत्रकार नीरजा चौधरी ने एक टीवी चैनल से बातचीत में याद किया कि तब इंदिरा गांधी ने भी ऐसा ही किया था, वह सड़क किनारे बैठ गई थीं और फिर एक रात उन्होंने पुलिस लाइन में बिताई थी, जहां वह कोई उपन्यास लेकर गई थीं। चौधरी ने कहा, 'इसके बाद इंदिरा गांधी ने देशभर का दौरा किया था और फिर उनके पक्ष में सहानुभूति की लहर पैदा हुई जिसका 1977 के चुनाव में उन्हें भरपूर फायदा हुआ।'
कांग्रेस ने भी वैसा ही माहौल बनाने की पूरी कोशिश की है। ऐसा तभी स्पष्ट हो गया था जब सोनिया ने खुद को इंदिरा गांधी की बहू बताते हुए कहा था कि मैं किसी से नहीं डरती। शनिवार को जब सोनिया और राहुल गांधी कोर्ट में पेश हो रहे थे तब देशभर में कांग्रेस कार्यकर्ता मोदी सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। राहुल गांधी ने पेशी के बाद सरकार पर नहीं बल्कि सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। उन्होंने कहा, 'मोदीजी झूठा इल्जाम लगवाते हैं और वह सोचते हैं कि विपक्ष झुक जाएगा। मैं हिंदुस्तान के हर नागरिक को बताना चाहता हूं कि मैं और कांग्रेस पार्टी नहीं झुकेंगे। हम लड़ते रहेंगे और एक इंच पीछे नहीं जाएंगे।'
आज का यह दिन उन विश्लेषकों के लिए दिलचस्प है जिन्होंने 2014 के चुनाव में कांग्रेस का सबसे खराब प्रदर्शन देखने के बाद कांग्रेस का मर्सिया पढ़ दिया था। और बेशक, इसके लिए कांग्रेस डॉ. सुब्रमण्यन स्वामी की शुक्रगुजार होगी।
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