🙏🙏🙏🙏हर हर महादेव जय श्री राम🙏🙏🙏
🌻 *जय माँ शेरावाली*🌻
*1-शैलपु्त्री*
पर्वतराज हिमालय के घर,
माता ने जन्म लिया है|
शैलापुत्री तब कहलायी,
सबको ही हर्ष दिया है||
एक हाथ में लिए खड्ग हैं,
दूजे कर कमल विराजे,
होकर वृषभ सवार मात फिर,
कष्टों को दूर किया हैं||
*2-बम्ह्रचारिणी*
योग साधना हुई लीन जब,
बम्ह्रचारिणी कहलाई|
इसी रूप की सब मुनियों ने,
भूरि भूरि महिमा गाई||
एक हाथ में लिए कमण्डल,
दूजे में जप की माला|
जिसने पूजा इसी रूप को,
माँ उस पर होत सहाई||
*3-चंद्रघंण्टा*
अर्द्धचन्द्र माँ के मस्तिक पर,
कंचन जैसी हैं काया|
होते हैं कार्य सिद्ध उनके,
कर्म वचन से जो ध्याया||
चंद्रघण्टा नाम हैं इनका,
करती है सिंह सवारी|
दूर करो माँ संकट सारे,
हमको माँ दे दो छाया||
*4-कूष्माण्ड़ा*
मंद मंद मुस्काकर माँ ने,
पूरा ब्रम्हाण्ड़ बनाया हैं|
नाम पड़ा हैं तब कूष्माण्ड़ा,
पूर्ण धरा पर छाया हैं||
जाप करे जो इसी नाम का,
भव सागर तर जाये वो,
सब कुछ देती हैं माँ उसको,
जो द्वारे पर आया हैं||
*5-स्कन्दमाता*
स्वरूप पंचम माँ दुर्ग का,
उसे स्कन्दमाता मानौ|
विशुद्ध मन को शुद्ध करे जो,
कार्तिकेय की माँ जानौ||
सिंह सवारी मैया करती,
कमलासन पर बैठी हैं|
इच्छायें माँ पूरी करदे,
जो भी तुम मन में ठानौ||
*6- कात्यायनी*
कात्यायन की कठिन तपस्या,
प्रसन्न हुई महारानी|
महर्षि इच्छा पूरी करने,
आई घर जगत भवानी||
षष्ठ स्वरुप हैं कात्यायनी,
सबकी पीड़ा हरती हैं|
मुझको भी माँ दर्शन दे दो,
चौहान बड़ा अज्ञानी||
*7-कालरात्रि*
रूप भयानक माता का,
सुफल मनोरथ बाली हैं|
कालरात्रि कहते हैं इनको,
संकट हरने बाली हैं ||
सारे भय को दूर करे माँ,
जीवन में खुशहाली दे|
एक हाथ में तलवार लिए,
दूजे विपदा टाली है||
*8-महागौरी*
आँठवी दुर्गा महागौरी,
शंख चन्द्रमा धारी हैं|
तीन नेत्र हैं माता जी के,
भक्तों पर माँ बलिहारी हैं||
माँ गौरी की पूजा करले,
पाप सभी धुल जायेगे|
ऊँचे पर्वत पर माँ रहती,
उसकी महिमा न्यारी हैं||
*9-सिद्धदात्री*
अनिमा महिमा गरिमा लघिमा,
सब सिद्धि देन बाली हैं |
नौवा रूप हैं सिद्धिदात्री,
माता शेराबाली हैं||
महाशक्ति की पूजा करले,
भाग्य उदय हो जायेगा|
चौहान भटक गया ड़गर में,
कर माँ कृपा निराली हैं||
*🙏🙏🙏जय माता दी🙏🙏🙏*
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