Sunday, 30 August 2015

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ll  धृ  ll

एकदन्त दयावंत चारभुजाधारी
माथेपे सिंदूर सोहे ,मूँसे की सवारी
भव से पार करो नाथ भजन करू तेरा ll

अंधन को आँख देत ,कुडियन को  काया
बांझन को पुत्र देत ,निर्धन को माया
दुखियोँके दुःख हरत भजन करू तेरा  ll

जो तेरा ध्यान करे ज्ञान मिले उसको
छोड़ तुझे और भला ध्याऊ मै किसको
हे देवा कृपा करो कष्ट हरो मेरा   ll

पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ll

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