Saturday, 15 August 2015

श्री भैरवनाथ अष्टकम -काशिकापुराधिनाथ कालभैरवम भजे l

देवराज सेव्यमान पावनांघ्रिपंकजम l
व्यालयज्ञ सूत्रमिन्दु शेखरं कृपाकरं l
नारदादि योगिवृंद वंदितं दिगम्बरम l
काशिकापुराधिनाथ कालभैरवम भजे ll

भानुकोटि भास्वरं भवाब्धितारकं परं l
नीलकंठमीप्सीतार्थ दायकं त्रिलोचणम l
कालकाल मंबुजाक्षमक्षशूल मक्षरं l
काशिकापुराधिनाथ काळभैरवम भजे ll

शुलटन्क पाशदंड पाणिमादिकारणम l
श्यामकाममादिदेवमक्षरं निरामयम l
भीमविक्रमं प्रभुं विचित्रतांडव प्रियम l
काशीकापुराधिनाथ कालभैरवम भजे ll

भुक्तिमुक्तदायकं प्रशस्त चारुविग्रहम l
भक्तवत्सलंस्थितं समस्त लोकविग्रहम l
विनिक्वणन्मनोज्ञ हेमकिंकिणीलसत्कटि l
काशिकापुराधिनाथ कालभैरवम भजे ll

धर्मसेतु पालकम त्वधर्ममार्ग नाशकं l
कर्मपाश मोचकं सुशर्मदायकं विभूम l
स्वर्णवर्ण शेषपाश शोभितांग मन्डलं l
काशिकापुराधिनाथ कालभैरवम भजे ll

रत्नपादूका प्रभाभि रामपाद युग्मकं l
नित्यमद्वितीय मिष्टदैवतं निरंजनम l
मृत्युदर्प नाशनम कराल दंषट्रमोक्षणं l
काशिकापुराधिनाथ कालभैरवम भजे ll

अट्टहास भिन्नपद्मजान्डकोश संततिं l
दृष्टिपात नष्टपापजाल मुग्रशासनम l
अष्टसिद्धीदायकं कपालमलिकाधरं l
काशिकापुराधिनाथ कालभैरवम भजे ll

भुतसंघनायकं विशाल कीर्तिदायकं l
काशिवास लोकपुण्य पापशोधकं विभुम l
नीतीमार्ग कोविंदम पुरातन जगत्पति l
काशिकापुराधिनाथ कालभैरवम भजे ll 

कालभैरवाष्टकम पठन्ति ये मनोहरं l 

ज्ञानमुक्तीसाधनं विचित्रपुण्यवर्धनम l 

शोक मोह दैन्य लोभ कोप ताप नाशनम l 

प्रयान्ति कालभैरवान्घ्रिसन्निधि नरा धृवम ll

1 comment:

  1. अति उत्तम। मंत्र लिखने के लिए बहुत- बहुत धन्यवाद।

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