Sunday, 9 August 2015

जय श्री राम जय हनुमान _मंगल मूरति मारुत नंदन

मंगल मूरति मारूत नंदन      
सकल अमंगल मूल निकंदन l
पवन तनय संतन हितकारी
हृदय विराजत अवध बिहारी ll

मातु पिता गुरु गणपती सारद
सिवा समेत शंभू ,सुक नारद
चरन बंदि बिनवौ सब काहू
देहू रामपद नेह निबाहु ll

बँदोउ राम लखन वैदेही
जे तुलसी के परम सनेही ll
श्री राम जय राम जय जय राम l

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